M S Dhoni-Inspiring facts about M.S. Dhoni and his leadership skills

M S Dhoni- Happy Birthday Caption Cool

 
M S Dhoni धोनी के बारे में कहने को बहुत कुछ है. उनकी मजबूत कलाइयों में बिजली  की गति से घूमते बैट का  प्रहार  हो , या विकेट के पीछे चपलता , दोनों में रागात्मक लय  है
बॉलर की सोच और बैट्समैन के प्रहार के  इरादे से  भी दो कदम आगे  रहते धोनी जब कोई स्टंप करते , तो अँधेरे  में बर्क चमकने  का  अहसास होता.

क्रिकेट जैसे ऊर्जा,उत्साह और आक्रामकता से भरे खेल में शरीर के एक हिस्से को बेहद आक्रामक और उसी हिस्से  को बेहद शांत रखना , ये बिरला ही कर सकता है.   ,महेंद्र सिंह धोनी उर्फ़ माही , इस कमाल के सबसे बड़े नायक रहे है.

खेलते वक़्त आखिरी ओवर्स  में माही जहाँ दिमाग से बेहद आक्रामक  तरीके से  विपक्षी पर हमला बोलते , वही माही चंद गेंद के बाद मिली हार या  जीत से बेपरवाह ,तटस्थ नज़र आते

 शुरुआत में माही  के  खेल और वरिष्ठ खिलाड़ियों को धीरे धीरे फिटनेस के नाम टीम से बाहर करने जैसे अनेक आरोप, धोनी  के ऊपर  जड़ दिए गए. लेकिन जो आत्मसचेत  दृढ व्यक्तित्व  होते हैं, वो किसी घोर साधना में तल्लीन  , साधक की तरह अपनी शख्सियत  का एक ख़ास पहलु , दुनिया के समक्ष  प्रस्तुत करते हैं। हर दिन , विपक्षी खिलाड़ियों के हमले, मीडिया के आरोप ,टीम संरचना की दिक्कत से जूझते माही को रोज़ अपने धैर्य को साधते रहना होता था। समाज और आँखों की फ़ौरन पकड़ में आ जाने वाले गतिशील क्रियाओ के ठीक उलट, माही  के रिएक्शन बेहद स्थिर और स्थूल होते. ऐसी प्रतिक्रियाएं शुरू में नज़र नहीं आती लेकिन धीरे धीरे हमारे अवचेतन में स्थायी आकार ले लेती है.

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बहुत साल पहले झारखण्ड के रणजी में लगातार ख़राब प्रदर्शन पर ,टीम ने एक साइकोलॉजिस्ट  की सेवा ली।  अपनी बातचीत में साइकोलॉजिस्ट ने सबसे उनकी एक प्रबल ख्वाहिश पूछी।  माही  ने विश्वकप  आखिरी बाल पर सिक्स मारकर देश को जिताने को अपनी एकमात्र ख्वाहिश बताई.  

ठीक लगभग १० साल के बाद धोनी ने  श्रीलंका  के खिलाफ बादल  को स्पर्श करता जब छक्का लगाया तो माही  की आँखों में जमी हुई वो ख्वाहिश ,एक पल को पिघल गयी.

 

Happy Birthday Dhoni Avinash Tripathi Blog

गेंद देर तक हवा की अलग  अलग सतहों को पार कर के स्टैंड में गहरे धंस जाती है और माही ,पिच के बीच में खड़े गेंद की इस यात्रा को ठहराव के साथ देखते है.   अम्पायर के दोनों हाथ हवा में उठते ही माही के चेहरे में मुस्कान की लकीर गहरी हो गयी थी और मैं  यकीन से कहता हूँ  विश्वकप के विजयी शॉट का इतना शांत और शानदार प्रदर्शन कभी नहीं हुआ होगा.

Avinash Tripathi

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